एसडीओ (SDO) ऑफिसर क्या होता है? SDO फुल फॉर्म, एवं SDO कैसे बने जाने हिन्दी में।

SDO Full Form In Hindi:- भारत में विभिन्न प्रकार की सरकारी नौकरियां हैं, और जिन्हे हासिल करना थोड़ा मुश्किल है। पर मेहनत से सबकुछ प्राप्त किया जा सकता है। हर व्यक्ति जो सरकारी नौकरी की तैयारी करता है, वो सोचता है की उसे एक सम्मानित और अच्छे पद पे नौकरी मिले।

आज के दौर मे जिसके पास सरकारी नौकरी है, उन्हे समाज मे इज्जत की नजर से देखा जाता है। पर सरकारी नौकरी लेना आज की दौर मे मुश्किल हो गया है। क्योंकि हमारे देश मे नौकरियां कम हैं, और नौकरी की चाह रखने वाले बहोत। इसलिए सबका सपना पूरा नहीं होता है।

कोई भी नौकरी लेने के लिए उसके बारे मे जानकारी होना और सही मार्ग दर्शन होना बेहद जरूरी है। सही मार्ग दर्शन से आप आसानी से उस नौकरी को प्राप्त कर सकते हैं।

आज हम एक सरकारी नौकरी मे ऐसे पद की बाद करेंगे जो बेहद ही प्रतिष्ठित पद है , और जिसका समाज मे मान सम्मान है। और यह एक ऑफिसर रैंक का पद है। हम बात कर रहें हैं, SDO की। आज हम इस पोस्ट में बात करेंगे , SDO क्या होता है, SDO का फुल फॉर्म, SDO की सैलरी और SDO कैसे बने? इत्यादि।

इन सभी जानकारी के लिए ये ब्लॉग पोस्ट अंत तक पढ़ें।

SDO Full Form In Hindi (एसडीओ फुल फॉर्म)

SDO का फुल फॉर्म SUB DIVISIONAL OFFICER होता है। और हिन्दी मे इसे उप मंडल अधिकारी या फिर अनुविभाग अधिकारी भी कहते हैं।

SDO FULL FORMSUB DIVISIONAL OFFICER
SDO FULL FORM IN HINDIउप मंडल अधिकारी

एसडीओ क्या है ( SDO क्या होता है )

एसडीओ (SDO) एक ऑफिसर रैंक का सरकारी पद है। यह एक विभागीय स्तर यानि DIVISIONAL लेवल का अधिकारी होता है। मुख्यतः प्रत्येक सरकारी विभाग मे SDO ऑफिसर की नयुक्ति की जाती है। SDO का कार्य DIVISIONAL लेवल पर सभी सरकारी कार्यों का सही ढंग से संचालन करवाना होता है।

SDO की नयुक्ति राज्य सरकार करती है। यह एक जिम्मेदारी वाला पद है। SDO की नयुक्ति प्रत्येक राज्य के शहर और जिलों मे की जाती है। एवं प्रत्येक विभाग जैसे – बिजली विभाग , पुलिस विभाग , सिंचाई विभाग , उद्योग विभाग इत्यादि मे SDO के पद के लिए नयुक्ति की जाती है।

SDO के कार्य

SDO का कार्य अपने SUB DIVISION के अंतर्गत आने वाले सभी ब्लॉक में अपने विभाग के सभी कार्यों का प्रबंधन करना होता है। एवं SDO सभी सरकारी कार्यों को सुचारु ढंग से चलाने के लिए उत्तरदायी होता है। SDO अपने विभाग के सभी BLOCK मे यह सुनिश्चित करता है , की सभी सरकारी कार्य सही ढंग से चल रहा है की नहीं। SDO को जनता द्वारा किए गए , शिकायत को सुनना एवं उनका निवारण करना होता है। SDO का पद बेहद ही जिम्मेदारी वाला पद है।

एसडीओ की सैलरी ( SDO Salary )

SDO की सैलरी 53100 से 167800 तक होती है। अलग अलग विभाग मे इनकी सैलरी थोड़ी कम या अधिक देखने को मिल सकती है। इसी प्रकार अलग अलग राज्यों मे भी सैलरी मे अंतर देखने को मिल सकता है।

BASIC PAY53100 से 167800
PAY SCALE9300-34800
GRADE PAY5400

एसडीओ कहां बैठता है

SDO को उप मंडल या अनु विभाग अधिकारी अधिकारी कहते हैं। एसडीओ (SDO) अनुमंडल मुख्यालय में बैठता है।

SDO Eligibility Criteria ( SDO के लिए योग्यता )

  • SDO बनने के लिए आपको सर्वप्रथम किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक यानि GRADUATION पास होना अनिवार्य है।
  • आपने किसी भी स्ट्रीम यानि विषय से GRADUATION पास किया है, तो आप SDO बनने के लिए योग्य हैं।
  • SDO के लिए आपकी उम्र 21 से 40 वर्ष होनी चाहिए। OBC और SC/ST के लिए 5 वर्ष की छूट है।
  • आपको बस स्नातक पास होना चाहिए, चाहे आपने कितने भी प्रतिशत से स्नातक पास किया हो, आप SDO के लिए योग्य हैं।
  • आप देश के किसी भी राज्य से किसी भी अन्य राज्य में आवेदन कर सकते हैं।

SDO चयन प्रक्रिया ( SDO Selection Process )

SDO के चयन के लिए प्रत्येक राज्यों में PCS के द्वारा परीक्षा का आयोजन किया जाता है। यह परीक्षा राज्य लोक सेवा परीक्षा के अंतर्गत आता है। SDO का चयन प्रक्रिया 3 तीन चरणों मे होता है। दो लिखित परीक्षा होती है, एवं एक इंटरव्यू होता है।

  • प्रारंभिक परीक्षा (Prelims Exam)
  • मुख्य परीक्षा (Mains Exam)
  • साक्षात्कार (Interview)

Prelims Exam (प्रारंभिक परीक्षा)

बिहार में SDO की प्रारम्भिक परीक्षा 150 अंकों की होती है। जिसमे 150 प्रश्न होते हैं, प्रत्येक सही प्रश्न के लिए एक अंक मिलता है, और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.33 अंक काट लिए जाते हैं। इस परीक्षा के लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है।

प्रारम्भिक परीक्षा मे सामान्य अध्ययन से प्रश्न पूछे जाते हैं, जो की बहुवैकल्पिक प्रश्न होते हैं। कुछ प्रश्न गणित और रीज़निंग से भी पूछे जाते हैं।

Mains Exam (मुख्य परीक्षा)

बिहार मे SDO की मुख्य परीक्षा 900 अंकों की होती है। इसमे 5 पेपर होते हैं , दो पेपर हिन्दी और ऑप्शनल क्वालिफाईंग होते हैं, इनके अंक मेरिट लिस्ट मे नहीं जुडते हैं। कूल 1100 अंक की परीक्षा होती है, सामान्य हिन्दी और ऑप्शनल पेपर का अंक मेरिट मे नहीं जोड़ा जाता है।

पेपरअंकसमय
सामान्य हिन्दी 1003 घंटा
सामान्य अध्ययन 13003 घंटा
सामान्य अध्ययन 23003 घंटा
निबंध 3003 घंटा
वैकल्पिक विषय 1003 घंटा
TOTAL110015 घंटा

Interview ( साक्षात्कार )

मुख्य परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार का इंटरव्यू होता है, इंटरव्यू 120 अंकों का होता है। मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के अंक जोड़ कर मेरिट लिस्ट तैयार होती है। आपको मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू मे अच्छे अंक लाने होंगे ताकि आप मेरिट लिस्ट मे या सके और SDO ऑफिसर बन सकें।

SDO कैसे बने ( SDO Kaise Bane )

  • SDO बनने के लिए सबसे पहले आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय से स्नातक पास करना होगा।
  • स्नातक करने के बाद आपको अपने राज्य के PCS परीक्षा के बारे मे जानना होगा, एवं उसकी तैयारी करनी होगी।
  • परीक्षा पैटर्न और सिलेबस को अच्छे से जानने के बाद आपको लगन से मेहनत करनी होगी।
  • पहले आपको प्रारम्भिक परीक्षा पास करना होगा।
  • प्रारम्भिक परीक्षा पास करने के बाद अच्छे अंकों से मुख्य परीक्षा पास करनी होगी।
  • मुख्य परीक्षा के बाद आपको इंटरव्यू भी अच्छे अंकों से पास करना होगा।
  • इन सभी परीक्षा को पास करने के बाद आप SDO बन जाएंगे।

आशा करता हूँ, आपको ये जानकारी SDO क्या होता है  पसंद आई होगी। इस प्रकार की अन्य जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग से जुड़े रहें। हमारे ब्लॉग से जुड़े रहने के लिए , ब्लॉग को सबस्क्राइब कर लें। सबस्क्राइब करने के लिए दायें साइड नीचे बेल आइकॉन को दबाएं। धन्यवाद।

ये भी पढ़ें।

ASO FULL FORMDCLR FULL FORM
DSP कैसे बने?

FAQs:-

SDO full form salary

SDO का फुल फॉर्म SUB DIVISIONAL OFFICER होता है। और हिन्दी मे इसे उप मण्डल अधिकारी कहते हैं। SDO की सैलरी 53100 से 167800 तक होती है।

sdo full form in hindi

SDO का फुल फॉर्म SUB DIVISIONAL OFFICER होता है। और हिन्दी मे इसे उप मण्डल अधिकारी कहते हैं।

sdo ka full form

SDO का फुल फॉर्म SUB DIVISIONAL OFFICER होता है। और हिन्दी मे इसे उप मण्डल अधिकारी कहते हैं।

sdo salary

SDO की सैलरी 53100 से 167800 तक होती है।

sdo full form in government

SDO का फुल फॉर्म SUB DIVISIONAL OFFICER होता है। और हिन्दी मे इसे उप मण्डल अधिकारी कहते हैं।

Leave a Comment